होंठो में ही दम तोड़ देते हैं अब अल्फ़ाज़ मेरे। कौन ख्याल रखेगा मेरा बाद तेरे। कैसे जीने देगा हर वो लम्हा मुझे ऐ राज जो जीवन गुजारा है मैंने साथ तेरे।।