जिसके खातिर हमनें अपना चैन सुकून गवाया है उनको भी किसी और के प्यार में तड़पते पाया है। अरे राज अब कहा

जिसके खातिर हमनें अपना चैन सुकून गवाया है
उनको भी किसी और के प्यार में तड़पते पाया है।
अरे राज अब कहा रही वो लैला मजनू की मोहब्बत
आजकल तो बस पैसों वालो की मोहमाया है।।

जिसके खातिर हमनें अपना चैन सुकून गवाया है उनको भी किसी और के प्यार में तड़पते पाया है। अरे राज अब कहा रही वो लैला मजनू की मोहब्बत आजकल तो बस पैसों वालो की मोहमाया है।।