हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे, कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे, हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा, मिलेंगे बह

हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे,
कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे,
हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा,
मिलेंगे बहुत से पर हम सा कोई पागल ना होगा।

हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे, कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे, हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा, मिलेंगे बहुत से पर हम सा कोई पागल ना होगा।