**किसी से ईर्ष्या करके मनुष्य उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता, पर अपनी नींद और सुख चैन अवश्य खो देता है...

**किसी से ईर्ष्या करके मनुष्य उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता, पर अपनी नींद और सुख चैन अवश्य खो देता है...!**

**किसी से ईर्ष्या करके मनुष्य उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता, पर अपनी नींद और सुख चैन अवश्य खो देता है...!**