मुख़्तसर सी ज़िन्दगी के भी अजीब फ़साने हैं... यहाँ तीर भी चलाने हैं और परिन्दे भी बचाने हैं।

मुख़्तसर सी ज़िन्दगी के भी अजीब फ़साने हैं...
यहाँ तीर भी चलाने हैं और परिन्दे भी बचाने हैं।

मुख़्तसर सी ज़िन्दगी के भी अजीब फ़साने हैं... यहाँ तीर भी चलाने हैं और परिन्दे भी बचाने हैं।