**सफलता जिस ताले में बंद रहती है वह दो चाबियों से खुलती है एक कठिन परिश्रम और दूसरा दृढ़ संकल्प...!*

**सफलता जिस ताले में बंद रहती है वह दो चाबियों से खुलती है एक कठिन परिश्रम और दूसरा दृढ़ संकल्प...!**

**सफलता जिस ताले में बंद रहती है वह दो चाबियों से खुलती है एक कठिन परिश्रम और दूसरा दृढ़ संकल्प...!**