ये कौन है जो बिछा जाता है सतरंज की बिसात मैं खेलता भी नही और कर जाता है मुझे मात। अरे लड़ना ही है तो

ये कौन है जो बिछा जाता है सतरंज की बिसात
मैं खेलता भी नही और कर जाता है मुझे मात।
अरे लड़ना ही है तो मैदान में आ ऐ राज
मुझको हरा दे भला किसमें है इतनी औक़ात।।

ये कौन है जो बिछा जाता है सतरंज की बिसात मैं खेलता भी नही और कर जाता है मुझे मात। अरे लड़ना ही है तो मैदान में आ ऐ राज मुझको हरा दे भला किसमें है इतनी औक़ात।।