नया पाने की चाहत में पुराना छूट जाता है , मैं तेरा हाथ जो थामूं जमाना रूठ जाता है , मोहब्बत पढ़ने

नया पाने की चाहत में पुराना छूट जाता है , 
मैं तेरा हाथ जो थामूं जमाना रूठ जाता है , 

मोहब्बत पढ़ने-लिखने में बहुत आसान होती है , 
पर मोहब्बत को निभाने में पसीना छूट जाता है।

दर-बदर

नया पाने की चाहत में पुराना छूट जाता है , मैं तेरा हाथ जो थामूं जमाना रूठ जाता है , मोहब्बत पढ़ने-लिखने में बहुत आसान होती है , पर मोहब्बत को निभाने में पसीना छूट जाता है। दर-बदर