उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,_ नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है, अपनी हँसी को होंठों से न जाने देना!

उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,_
नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है,

 अपनी हँसी को होंठों से न जाने देना!
 क्योंकि हमारी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया पडी है

उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,_ नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है, अपनी हँसी को होंठों से न जाने देना! क्योंकि हमारी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया पडी है