कहीं इज़हारे-मोहब्बत सुनके खफा ना हो जाए वो ये सोचके लगता है खामोश रहना ही अच्छा है.

कहीं इज़हारे-मोहब्बत सुनके खफा ना हो
जाए वो
ये सोचके लगता है खामोश रहना ही अच्छा
है.

कहीं इज़हारे-मोहब्बत सुनके खफा ना हो जाए वो ये सोचके लगता है खामोश रहना ही अच्छा है.