वह मस्जिदों की बात करती है, मैं मंदिरों में खोया रहता हूं... वह चार टाइम की नमाज पड़ती है, मैं महा

वह मस्जिदों की बात करती है,
 मैं मंदिरों में खोया रहता हूं...

वह चार टाइम की नमाज पड़ती है,
मैं महादेव का जाप करता रहता हूं...

वह वहां कुरान पड़ती है,
तो मैं यहां गीता पढ़ता हूं....

जानता हूं नहीं कहानी कोई इस मोहब्बत की 
फिर भी उसे बेइंतहा मोहब्बत करता हूं...!

वह मस्जिदों की बात करती है, मैं मंदिरों में खोया रहता हूं... वह चार टाइम की नमाज पड़ती है, मैं महादेव का जाप करता रहता हूं... वह वहां कुरान पड़ती है, तो मैं यहां गीता पढ़ता हूं.... जानता हूं नहीं कहानी कोई इस मोहब्बत की फिर भी उसे बेइंतहा मोहब्बत करता हूं...!