**लोगों के दृष्टिकोण को लेकर ज्यादा मत सोचा करो क्योंकि सबसे ज्यादा वो लोग हमारा मूल्यांकन करते हैं

**लोगों के दृष्टिकोण को लेकर ज्यादा मत सोचा करो क्योंकि सबसे ज्यादा वो लोग हमारा मूल्यांकन करते हैं जिनका खुद कोई मूल्य नहीं होता , समझदार और मिलनसार बनें अपना और अपनों का ख़्याल रखें..।।**

**लोगों के दृष्टिकोण को लेकर ज्यादा मत सोचा करो क्योंकि सबसे ज्यादा वो लोग हमारा मूल्यांकन करते हैं जिनका खुद कोई मूल्य नहीं होता , समझदार और मिलनसार बनें अपना और अपनों का ख़्याल रखें..।।**