**__खुश है शाम को गाढ़ी कमाई मिलेगी। पर डर भी है रस्ते में महंगाई मिलेगी।। फिर भी वो लड़कर बचाकर लाता है- पता है औलाद पलकें बिछाई मिलेगी। गरीब गरीब,अमीर अमीर हो रहा है- इनके बीच बहुत बड़ी खाई मिलेगी। आपस में जुड़े हुए सब तार जानते हैं- ऊपर से नीचे सबको बँधाई मिलेगी। प्यादों के पास सिर्फ़ तेल मिलता है- सूत्रधारों के पास दियासलाई मिलेगी। ══════❥❥══════__**