बदनसीबी देखो मुझे उसका दीदार नसीब ना हुआ मंदिर, मस्जिद, दरगाह कहां कहां घूम लिया होगा, जब गुजरा उस

बदनसीबी देखो मुझे उसका दीदार नसीब ना हुआ
मंदिर, मस्जिद, दरगाह कहां कहां घूम लिया होगा,


जब गुजरा उसकी गली से तो कांच के टुकड़े पड़े थे
शायद उसने देखकर खुद को आइना चूम लिया होगा।

JB Singh.....

बदनसीबी देखो मुझे उसका दीदार नसीब ना हुआ मंदिर, मस्जिद, दरगाह कहां कहां घूम लिया होगा, जब गुजरा उसकी गली से तो कांच के टुकड़े पड़े थे शायद उसने देखकर खुद को आइना चूम लिया होगा। JB Singh.....