इश्क़ तो मेरा महफूज़ है तुझ में... ज़िस्म अलग है पर रूह है तुझमें, यादें और शमाँ भरी हैं बस इस दिल

इश्क़ तो मेरा महफूज़ है तुझ में... ज़िस्म अलग है पर रूह 
है तुझमें,

यादें और शमाँ भरी हैं बस इस दिल में... बस तू है तू है और   
सिर्फ तू है मुझमे।

इश्क़ तो मेरा महफूज़ है तुझ में... ज़िस्म अलग है पर रूह है तुझमें, यादें और शमाँ भरी हैं बस इस दिल में... बस तू है तू है और सिर्फ तू है मुझमे।