अगर ज़िंदगी को खुशहाल बनाना चाहते हो, तो अपने विचारों को चुनना सीखो। हमारे विचार व व्यवहार ही हमारी

अगर ज़िंदगी को खुशहाल
बनाना चाहते हो, तो अपने
विचारों को चुनना सीखो।

हमारे विचार व व्यवहार ही
हमारी प्रशन्नता, और व्यथित
होने के परिचायक है,,!!

अगर ज़िंदगी को खुशहाल बनाना चाहते हो, तो अपने विचारों को चुनना सीखो। हमारे विचार व व्यवहार ही हमारी प्रशन्नता, और व्यथित होने के परिचायक है,,!!