आज हम अकेले इसलिए भी है क़ि व्यवहारिकता के इस युग में हम एक दूसरे को आजमाते आजमाते अपनाना ही भूल गए ।

आज हम अकेले इसलिए भी है क़ि व्यवहारिकता के इस युग में हम एक दूसरे को आजमाते आजमाते अपनाना ही भूल गए । 

**जीवन जीना है तो आजमाना नहीं अपनाना सीखिये ज़िन्दगी बहुत सुन्दर है ।।**

आज हम अकेले इसलिए भी है क़ि व्यवहारिकता के इस युग में हम एक दूसरे को आजमाते आजमाते अपनाना ही भूल गए । **जीवन जीना है तो आजमाना नहीं अपनाना सीखिये ज़िन्दगी बहुत सुन्दर है ।।**