**रिश्तों की धूप थी – शाम हुई और ढल गई अब उससे क्या गिला – वो अगर भूल गई🥀**

**रिश्तों की धूप थी – शाम हुई और ढल गई

अब उससे क्या गिला – वो अगर भूल गई🥀**

**रिश्तों की धूप थी – शाम हुई और ढल गई अब उससे क्या गिला – वो अगर भूल गई🥀**