वफ़ा और मोहब्बतों के ज़माने गये, “जनाब” अब तो दिल को बहलाने का सामान है मोहब्बत…..!!

वफ़ा और मोहब्बतों के ज़माने गये,
“जनाब”
अब तो दिल को बहलाने का सामान है मोहब्बत…..!!

वफ़ा और मोहब्बतों के ज़माने गये, “जनाब” अब तो दिल को बहलाने का सामान है मोहब्बत…..!!