जहां आंखों के आंसू बोलते हैं वहीं भगवान भी पट खोलते हैं

जहां आंखों के आंसू बोलते हैं
वहीं भगवान भी पट खोलते हैं

जहां आंखों के आंसू बोलते हैं वहीं भगवान भी पट खोलते हैं