**खुदा ही जाने क्यूँ तुम हाथो पे मेहँदी लगाती हो, बड़ी नासमझ हो फूलों पर पत्तों के रंग चढ़ाती हो। **

**खुदा ही जाने क्यूँ तुम हाथो पे मेहँदी लगाती हो,
बड़ी नासमझ हो फूलों पर पत्तों के रंग चढ़ाती हो।
****#love**

**खुदा ही जाने क्यूँ तुम हाथो पे मेहँदी लगाती हो, बड़ी नासमझ हो फूलों पर पत्तों के रंग चढ़ाती हो। ****#love**