तुम्हें दिल का हाल बताना चाहता हूं चल रहे हैं जो ख्यालात सुनाना चाहता हूं घुमा फिरा के बात करूं या सीधा बोल दूं सुन लो साहेब तुम्हें दिल में छुपाना चाहता हूं कुछ तो काम ऐसा हो जो मेरे कहने से हो बस इतना सा तुम पे हक जताना चाहता हूं खास थे खास हो खास ही रहोगे खलनायक दिल ए नादान है तुम्हारा,ये तुम्हारे दिल को बताना चाहता हूं....