वो बेवफा था तो उसपर कहां गुज़ारा किया
बिछड़के हमने भी इक इश्क़ फिर दोबारा किया
उसी के साथ रहे, रो
वो बेवफा था तो उसपर कहां गुज़ारा किया
बिछड़के हमने भी इक इश्क़ फिर दोबारा किया
उसी के साथ रहे, रोज़-ओ-शब गुज़ारा किया
बिछड़ के उस से कहां इश्क़ फिर दोबारा किया
- शकील आज़मी