**कभी ना कहो की दिन अपने ख़राब है, समझ लो की हम काँटों से घिर गए गुलाब है। रखो हौंसला वो मंज़र भी आय

**कभी ना कहो की दिन अपने ख़राब है,
समझ लो की हम काँटों से घिर गए गुलाब है।

रखो हौंसला वो मंज़र भी आयेगा;
प्यासे के पास चलकर समंदर भी आयेगा,

थक कर ना बैठो, ऐ मंजिल के मुसाफ़िर;
मंजिल भी मिलेगी और जीने का मजा भी आयेगा।

**
**━──────────────────━**
❂✧☞[ 𝗝𝗢𝗜𝗡➠ हिंदी शायरी](https://t.me/+Rk8I4CQImbg4ZGQ1) 🎚️

❂✧☞ [𝗝𝗢𝗜𝗡➠अच्छी-अच्छी बातें ](https://t.me/+XehuyYUTt6ExYTVl)🎚️

**कभी ना कहो की दिन अपने ख़राब है, समझ लो की हम काँटों से घिर गए गुलाब है। रखो हौंसला वो मंज़र भी आयेगा; प्यासे के पास चलकर समंदर भी आयेगा, थक कर ना बैठो, ऐ मंजिल के मुसाफ़िर; मंजिल भी मिलेगी और जीने का मजा भी आयेगा। ** **━──────────────────━** ❂✧☞[ 𝗝𝗢𝗜𝗡➠ हिंदी शायरी](https://t.me/+Rk8I4CQImbg4ZGQ1) 🎚️ ❂✧☞ [𝗝𝗢𝗜𝗡➠अच्छी-अच्छी बातें ](https://t.me/+XehuyYUTt6ExYTVl)🎚️