खुदा तो इक तरफ.. खुद से भी कोसों दूर होता है इंसान जिस वक्त.. ताकत के नशे में चूर होता है...

खुदा तो इक तरफ..
खुद से भी कोसों दूर होता है
इंसान जिस वक्त..
ताकत के नशे में चूर होता है...

खुदा तो इक तरफ.. खुद से भी कोसों दूर होता है इंसान जिस वक्त.. ताकत के नशे में चूर होता है...